PB01 NEWS TV (राहुल शर्मा ) जालंधर के डॉ. भीम राव अंबेडकर चौक के नजदीक खालसा स्कूल के मैदान में मेला लगाया गया है। जब कभी भी मेला लगता है। तो सबसे ज्यादा बच्चे उसमें अपनी रुचि दिखाते हैं। ऐसा ही एक मेला खालसा स्कूल के मैदान में भी लगा है। बाहर की चक्का चोंद देखकर लोग अंदर तो जाते हैं। लेकिन जब अंदर जाते हैं तो उनको यह एहसास होता है कि उन्होंने अपने पैसे की बर्बादी की है। ऐसे मेले बाहर से देखने में तो बहुत अच्छे लगते हैं। बड़े-बड़े झूले देखने को मिलते हैं। पर अंदर जाने के बाद उसकी असलियत पता चलती है। बच्चों और बड़ों को अपने जाल में फसाने के लिए विदेश के कई प्रसिद्ध जगहों को दिखाने का वादा करते हैं। परंतु जब अंदर जाते हैं तो उनको एक पोस्ट के अलावा कुछ भी नहीं दिखता। बड़ा सवाल तो यह भी है की नगर निगम की तरफ से एक स्कूल के मैदान में मेला लगाने की अनुमति कैसे दे दी गई। जाहिर सी बात है कि मेले की वजह से विद्यार्थी पढ़ाई पर उचित ध्यान नहीं दे पाते होंगे। या तो स्कूल को बंद करके बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा होगा। लोग ऐसे मेलों में बड़े चाव से जाते तो हैं लेकिन जब बाहर आते हैं तो मेले के अंदर का सारा सच लोगों के उतरे हुए चेहरे पर देखने को मिलता है।