PB01 NEWS TV (RAHUL SHARMA ) लुधियाना राज्य में आम आदमी पार्टी की सरकार पंजाब भर के आर.टी.ओ. ऑफिसों को बंद करने जा रही है। आर.टी.ओ. ऑफिसों द्वारा दी जाने वाली सेवाएं अब सेवा केंद्रों में शिफ्ट की जाएंगी। सेवा केंद्रों में पहले से ही आर.टी.ओ. ऑफिस से संबंधित कई कार्य हो रहे थे, लेकिन अब इसकी संख्या बढ़ाई जा रही है, जो आर.टी.ओ. ऑफिस को बंद करने के समान है।
विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, आर.टी.ओ. ऑफिस में फैले कथित भ्रष्टाचार और काम में देरी के चलते सरकार ने यह फैसला लिया है। वहीं विभाग के कुछ कर्मियों का मानना है कि आर.टी.ओ. ऑफिस मात्र रबर स्टैंप बनकर रह जाएंगे, और केवल कागजात की अंतिम मंजूरी देंगे। जबकि आम जनता से संबंधित अधिकतर कार्य सेवा केंद्रों में शिफ्ट हो जाएंगे। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान इसी माह के अंत में लुधियाना से आर.टी.ओ. ऑफिस को बंद करने की प्रक्रिया शुरू करेंगे, ताकि जनता को साफ-सुथरा और पारदर्शी शासन मुहैया कराया जा सके।
भ्रष्टाचार और आर.टी.ओ. ऑफिसों का चोली-दामन का साथ
भ्रष्टाचार और आर.टी.ओ. ऑफिसों का चोली-दामन का साथ बन चुका है। विजिलेंस विभाग ने पिछले कुछ वर्षों में दर्जनों मामले दर्ज किए हैं, जिनमें रिश्वत लेकर लोगों के ड्राइविंग लाइसेंस और आर.सी. संबंधित काम करवाए गए। लुधियाना के तत्कालीन आर.टी.ओ. नरिंदर सिंह धालीवाल को भी भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। यह मामला अभी अदालत में विचाराधीन है।
बिना टेस्ट दिए ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के मामले में एजेंटों की गिरफ्तारी¡
4 माह पहले विजिलेंस विभाग ने रिश्वत लेकर लोगों के ड्राइविंग टेस्ट पास करवाने वाले एक बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश किया और राज्य भर से 42 एजेंटों को गिरफ्तार किया। जांच के दौरान दर्जनों अन्य एजेंटों का नाम भी इस मामले में आया, जिनमें महिला कर्मी भी शामिल हैं।
इस माफिया को तोड़ने में लापरवाही बरतने के आरोप में सरकार ने विजिलेंस विभाग के डायरेक्टर पी.एस. परमार को सस्पेंड किया था, जिन्हें कुछ माह बाद दोबारा बहाल कर दिया गया।
