दिनांक 2 मई 2024 की शाम को बरघाट नगर परिषद में पुराना बस स्टैंड पर जबलपुर निर्माण कार्य टीम आई और उस टीम को देखकर अनेक लोग एकत्रित हो गए और नगर परिषद के कर्मचारी भी मौजूद थे इस प्रकार जन समुदाय आपस में चर्चा कर रहा था कि इसका निर्माण कराए जाने का साइन बोर्ड नहीं लगाया गया है जिस पर कार्य की स्वीकृति तकनीकी स्वीकृति प्रशासकीय स्वीकृति लिखी जाती है जिससे जनता को कार्य की जानकारी होती है साइन बोर्ड को न बनाने से सिद्ध होता है कि फर्जीवाड़ा एवं घटिया काम को छुपाने के लिए साइन बोर्ड नहीं लगाया गया है चर्चा में लोग यह भी कर कह रहे हैं कि ठेकेदार ने तो पुराने सिमेट्री करण को उखाड़ा ही नहीं है बिना बेस के इसके ऊपर आधा सुखा आधा गीला मसाला बिछाया है और छोटे से रोलर से धमष दिया गया है इसके बाद ऊपर गीला मसाला चलाकर चिकनाया गया है इसमे हवा तो निकली ही नहीं है इस प्रकार की चर्चा होते हुए प्रतीक्षालय के पास के बस स्टैंड की चर्चा जहां पहले सिमेट्री करण नहीं हुआ था उसमें घटिया स्तर का कार्य किया गया है लोग यह भी कह रहे हैं की यह जांच भी दिखावे की हो रही है सब सेटिंग से हो रहा है इस प्रकार से भोली- भाली जनता आक्रोशित नजर आ रही इतने में एक व्यक्ति ने यह कह दिया कि यह ठेकेदार बरघाट क्षेत्र की जनता को अपनी काली करतूत से ठग रहा है और शासन को करोड़ों अरबों रूपों की चपत लगा रहा है| इस प्रकार बरघाट क्षेत्र की भोली-भाली जनता का आक्रोश पर शासन प्रशासन को गंभीरता से ध्यान देना चाहिए|
एस दास