सिवनी जिले के समस्त आम नागरिकों को सूचना वर्तमान में अभी दो माह से सरकार की ओर से राशन फ्री दिया जा रहा है जिस पर राशन समिति के सेल्समेन अपनी मनमानी कर रहे हैं एवं हर उपभोक्ता से₹10 वसूलने का कार्य कर रहे हैं जो की कई लोग परेशान हो रहे हैं जिन्हें थोड़ा बहुत शासन की योजना का पता है उनका कहना है कि हम पैसा किस बात का दे राशन तो फ्री मिल रहा है लेकिन सेल्समेन द्वारा कहा जाता है की हर जगह₹10 लिए जा रहे हैं तो मैं क्यों न लूं इसलिए आपको शासन के तहत मिलने वाला फ्री राशन के₹10 चुकाने होंगे जो की स्वयं मध्य प्रदेश शासन ने घोषणा की हुई है और राशन मिलने के तुरंत बाद एक मैसेज आता है की खाद्यान्न फूड विभाग द्वारा जिसमें लिखा होता है की खाद्य सामग्री सही से न मिलने पर 181 पोर्टल पर शिकायत करें यहां तो फ्री राशन के ही₹10 वसूले जा रहे हैं सेल्समैन के द्वारा और सोसाइटियों में यह चलन बना लिया गया है कोई गरीब आदमी राशन लेने गया तो सुबह से शाम तक घटों बैठा रहता है तो भी राशन नहीं मिलता फिर दूसरे दिन उसे राशन दिया जाता है लेकिन अगर कोई जान पहचान का तुर्रेबाज आदमी जिसकी अच्छी पकड़ सकड़ हो या उसके पास किसी काले पीले काम का क्लू हो ऐसे लोगों को तो आते के साथ ही पट्ट से कट्टिया की टट्टियां दे दी जाती हैं जो की गरीबों के हित का राशन होता है वह यह सेल्समैन के द्वारा ब्लैक में बेज दिया जाता है और ब्लैक में कमाई गई राशि और ₹10 एक्स्ट्रा कमीशन ऐसा कमाते हैं और अपनी पत्नी का लहंगा भरते हैं जो की जनहित की हानि करके गरीबों का पेट मार के पैसा कमाने वालों के लिए जनता की हाय बद्दुआ निकलती हैं किसी के पिछवाड़े में फोड़ा हो जाता है तो किसी को कैंसर हो जाता है और किसी को कोण फूटता है ऐसा जनता कहती है क्योंकि जनता परास्त हो गई है शासन से मिलने वाली सुविधा भी ठीक से नहीं मिल रही है उस पर भी भ्रष्टाचारियों द्वारा फर्जी वसूली का कार्य किया जाने लगा है बात ₹10 की नहीं है बात है ईमान और धर्म की अगर जब आप सेल्समैन की कुर्सी पर बैठकर जनहित एवं शासन हित का कार्य कर रहे हैं और शासन से सैलरी ले रहे हैं तो फिर जनता से किस बात की उगाही लेकिन खाया मुंह है साहब मानता नहीं है इनका कहना है कि हम तो ₹10 लेंगे ही ऐसे में लगभग एक दिन में 100 से 150 राशन कार्ड धारी राशन लेने आते हैं तो 10 से 15000 रुपए का एक्स्ट्रा कलेक्शन हो जाता है सेल्समैन का और ब्लैक की कमाई अलग हो जाती है जो कट्टे के कट्टे लोगों को बेच दिया जाता है और गरीबों को कहा जाता है कि अगले महीने आप आए नहीं इसलिए आपके हिस्से का राशन कट हो गया और शासन को रिटर्न चला गया ऐसा कहकर इस प्रकार से कार्य किए जाते हैं और तो और सीधे-साधे भोले भाले लोगों को चुथिया बनाने के लिए कागज की बनाई हुई तख्ती पर लिखकर टांग दिया जाता है की अगर माह के अंत तक अगर आप राशन नहीं लेंगे तो दूसरे माह में वह राशन आपको नहीं दिया जाएगा किसी कारणवश से अगर उपभोक्ता नहीं पहुंचा समिति और राशन नहीं लिया तो दूसरे महीने का राशन का पैसा सेल्समैन की जेब में जरूर पहुंच जाता है यह चलन आम हो गया है क्योंकि ऐसे लोगों पर नजर रखने वाला इन्हें कोई बोलने चलने वाला नहीं है तो इनके भाव चौथे आसमान पर आ गए हैं जो की शासन की बनाई हुई योजना में भी दलाली करने उतर गए ऐसे लोगों पर जल्द से जल्द सख्त कार्रवाई कर सस्पेंड भी करना चाहिए और जनहित का गटका हुआ राशन ऐसे लोगों से शासन को वसूलना चाहिए
जनसाधारण को जागरुक होकर अपने आप को सशक्त बनाये और फ्री राशन योजना में अगर कोई भी सेल्समैन अगर आप से पैसा ले इसकी सूचना जिला कलेक्ट्रेट फूड ऑफिस को दे सकते हैं या 181 पर इसकी सीधे शिकायत कर सकते हैं।