बरघाट तहसील की ग्राम बम्हनी की एक ऐसी अनोखी घटना सामने आई है वैसे तो ग्राम पंचायत बम्हनी पहले से ही सच्चे और सही फैसला लेने में बहुचर्चित है जिले में आज देखा गया जो की मंडी कचना जलाशय में मत्स्य खेट करते मछुआरे भाइयों की जाल चोरी चले गए थे किंतु चौकीदार एवं बम्हनी ग्राम वासियों की समझदारी से जाल चोरी करने एवं उनके संरक्षक करता जो ग्राम का ही था उसे धर दबोचा और ग्राम में स्थित सभा मंच में पंचायत बिठाई गई जिसमें न्याय के लिए जाने जाने वाले ग्राम बम्हनी के कुछ जिम्मेदार वरिष्ठ नागरिकों के द्वारा दोषियों को बुलवाया गया किंतु वे आए नहीं पर ग्राम के ही संरक्षक करता ने हामी भरी है स्वयं संरक्षक करता ने स्वीकार किया कि मेरी गलती है और सर्वसम्मति से पंचों के बीच सजा को स्वीकार करते हुए ग्राम के नियम को बनाए रखने उसने भी अपनी समझदारी का परिचय देते हुए पंचों ने मछुआरे भाइयों का जो नुकसान हुआ था उसकी भरपाई करवाई और दंडनीय अपराध मानकर दोषी पर₹40000 का दंड लगाया दोनों पक्षों को देखते हुए पंचायत में सहसम्मती से निर्णय किया एवं आरोपियों के ऊपर संज्ञान में लेकर जुर्माना कर सामाजिकता एवं मानवता का परिचय दिया है