कानून की खटिया खड़ी करते हुए 15 शिक्षकों ने ट्राइबल में 6 माह ड्यूटी कर के वापस एजुकेशन पर ऐसे आ गए जैसे भाग्य विधाता ने यह लाभ इनके भाग्य पर अर्थात मुकर्र तकदीर में लिख दिया हो सन 2015 के अक्टूबर माह में सामूहिक लूट का षड्यंत्र प्रशासनिकों के सहयोग से घटित किया गया है और आज तक प्रमोशन और अवैध इंक्रीमेंट का लाभ ले लेकर अपने आप को सफल मानते हुए फूला नहीं समा रहे हैं।
लूटम लूट का यह चक्र सन 2014 से आज तक चला आ रहा है और इन्हें रिटायरमेंट का लाभ बढ़कर और पेंशन का लाभ भी बढ़कर मिलेगा किंतु परंतु आज संवैधानिक लाभ पर शासन की लूटम लाट पर कार्रवाई होगी तब सन 2014 अक्टूबर माह से अब तक के सारे लाभ पेनल इंटरेस्ट सहित लौटाए जाएंगे और प्रमोशन पुनः डिमोशन पर आ जाएगा साथ ही शिक्षा विभाग ट्राइबल विभाग और जिला पंचायत विभाग (प्रियंका दास ) पर गंभीर कार्यवाही के तहत दंडात्मक एवं अनुशासनात्मक हर तरह की कार्यवाही हो सकेगी इन्हे जेल की भी हवा खानी पड़ेगी जनता एवं इमानदार शिक्षक लोग अपने जगत के मालिक से रोज प्रार्थना कर रहे हैं इसलिए न्यायप्रीय कार्रवाई पर विश्वास बनाकर यहां, वहां ,चाहे ,जहां, सभी जगह भ्रष्टाचार से शासन की लूट और शिकायतों पर कार्यवाही नहीं होने से जनता में आक्रोश बना हुआ है जनता जनार्दन उस मालिक की होती है जो सब बापों के "बाप जी" है।
कानून भ्रष्टाचारियों की बपोती नहीं है इसलिए देर अंधेर को चीर कर न्याय होकर रहेगा यह विश्वास सच्चे सूरमाओं की शान है।........
( नगर बरघाट से सुशील दास की रिपोर्ट)