क्यों नहीं हो रही है ग्राम पंचायत गोरखपुर के भ्रष्टाचार की जांच अधिकारी क्यों है मोन क्या महेश गौतम की मलाई रबड़ी खाकर अधिकारी है मोन

क्यों नहीं हो रही ग्राम पंचायत गोरखपुर में भ्रष्टाचार की जांच अधिकारी क्यों है मौन क्या महेश गौतम की मलाई रबड़ी खाकर अधिकारी है मोन क्या कारण है जो शासन की मनरेगा योजना के कार्यों में खर्च की गई राशि जांच क्यों नहीं हो रही है या फिर ऊपर के अधिकारियों ने अपना मोटा-मोटा कमीशन लिया है जनता जनार्दन का तो यही मानना है की जनहित के लिए जो स्कूल में बाउंड्री की राशि आई थी उसकी मलाई और यहां तक छोटे बच्चों के संडास के लिए राशि आई उसकी भी इन अधिकारियों ने मलाई रबड़ी खाई क्या ऐसे ही चलते रहेगा सिस्टम से क्या इन्फ्राटाचार्यों पर नजर रखने वाला कोई नहीं है शासन क्यों बैठा है इतना मौन जो प्रशासन प्रशासनिक कार्य में गुणवत्ता विहीन कार्यों के चलते जांच नहीं कर रहे हैं और हाथ पैर हाथ धरे टुकुर-टुकुर देख रहे हैं क्या सिवनी जिले में यही चलन है इससे तो साबित होता है की बरघाट जनपद के बड़े-बड़े अधिकारियों का भी हाथ है इसीलिए तो 6 मा हो गए लेकिन आज दिनांक तक भ्रष्टाचारी सचिव महेश गौतम की कार्यों की जांच नहीं हो पा रही है देखते हैं यह भ्रष्टाचार किस हद तक जाता है एवं किस-किस अधिकारी के संरक्षण से यह कार्य गुणवत्ता विहीन कराए हैं बन रहे डीडी इंडिया न्यूज़ के साथ। क्रमशः

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